शेळी (देशी )
अनुक्रमांक | जात | मूळस्थान | विशेष बाबी |
1) | जमुनापारी | उत्तर प्रदेश (गंगा,यमुना नदी) | ६०० लिटर प्रति वेत दूध देते (सर्वात जास्त दूध देते, उंच शेळी आहे,टॉलेस्ट ब्रीड ऑफ इंडिया असे म्हणतात. FAT 34% |
2) | बारबारी | उत्तर प्रदेश (आगरा,इटावा,मथुरा) | मांस व उत्तम दुधासाठी प्रसिद्ध आहे. दोन ते तीन पिल्लांना जन्म देते. स्वच्छ असल्यामुळे बंदिस्त शेळीपालनासाठी प्रसिद्ध आहे. २५० – ३०० लिटर प्रति वेत |
3) | संगमनेरी | संगमनेर | दूध व मांसासाठी प्रसिद्ध |
4) | अजमेरी (शिरोही) | राजस्थान | मांसासाठी प्रसिद्ध आहे. |
5) | मारवाडी | मारवाड प्रांत | मांसासाठी प्रसिद्ध आहे. |
6) | उस्मानाबादी | उस्मानाबाद | मांसासाठी प्रसिद्ध आहे |
7) | ब्लॅक बंगाल | पश्चिम बंगाल | ही जुळ्यांना जन्म देते (महाराष्ट्रात बंदिस्त शेळीपालन ) कातडी नरम असते म्हणून बाहेरच्या देशात निर्यात करतात मांसासाठी उत्कृष्ट आहे. |
8) | पश्मिना | काश्मीर | लोकरीसाठी प्रसिद्ध आहे. २ ते २५ किलो प्रति हंगाम |
शेळी (परदेशी)
अनुक्रमांक | जात | मूळस्थान | विशेष बाबी |
९) | सानेन (Milk Queen). | स्वित्झर्लंड | मिल्क क्विन असे म्हणतात. |
१०) | अंगोरा | चीन | ८००-९०० लिटर प्रति वेत. दूध-३ लिटर प्रति दिवस हिच्या लोकरीस माहेर असे म्हणतात. |
११) | अल्फाईन | फ्रान्स | लोकरीसाठी प्रसिद्ध आहे. FAT (%) जास्त असते. जर्सी क्विन म्हणतात. |
१२) | टोगनबर्ग | स्वित्झर्लंड | हिला शिंगे नसतात. |
मेंढी
अनुक्रमांक | जात | मूळस्थान | विशेष बाबी |
1) | भाकरवाल (गुड्डी) | हिमालय पर्वत | लोकरीसाठी प्रसिद्ध आहे. |
2) | बीकानेर | राजस्थान | या मेंढीचे पाय आखूड असतात. लोकरीसाठी प्रसिद्ध आहे व लोकर तंतुमय आहे. |
3) | नेल्लोर | आंध्र प्रदेश | मांसासाठी ही मेंढी प्रसिद्ध आहे. ही शेळी सारखी दिसते. |
4) | दख्खनी (डेक्कनी) | महाराष्ट्र | सर्वात उंच मेंढी म्हणून प्रसिद्ध. |
5) | मेरीनोळे | स्पेन | लोकरीसाठी प्रसिद्ध आहे. म्हणून लोकरीपासून घोंगड्या तयार करतात. |
6) | फुले संगम | संगमनेर कृषी विद्यापीठ | लोकरीसाठी प्रसिद्ध आहे. २ ते २.५ किलो प्रति हंगाम |
शेळी व मेंढीचे गुणधर्म
प्रथम वयात येण्याचा कालावधी | २५० दिवस (८ महिने) |
गर्भावस्थेचा कालावधी | १५० दिवस (५ महिने) |
माजचक्रातील अंतर | १८ ते २० दिवस |
व्यायल्यानंतर परत माजावर येण्याचा काळ | ३० दिवस |
दोन वेतातील अंतर | २१० दिवस |
केंद्रीय मेंढी आणि लोकर संशोधन संस्था | १९६२ (CSWRI) अंबिकानगर (राजस्थान) |
अखिल भारतीय शेळी दूध उत्पादन संस्था | कर्नाळ (हरियाणा) |
केंद्रीय शेळी-मेंढी विकास प्रकल्प | फलटण (महाराष्ट्र) |
महाराष्ट्रात शेळी पैदास केंद्र | पोहर (अमरावती) |
शेळीला शास्त्रीयदृष्ट्या किती जागा लागते | १२ चौरस फूट (४/३) |
केंद्रीय मेंढी प्रजनन फार्म – | हिसार (हरियाणा) |