स्वातंत्रोत्तर काळात १९५६ मध्ये देशात भाषावर प्रांत रचनेनुसार राज्यांची पुनर्रचना करण्यात आली. त्यानुसार आंध्रप्रदेश हे भाषिक तत्वावर आधारित पहिले राज्य अस्तित्वात आले. याच पुनर्रचनेनुसार राज्यांची पुनर्रचना करण्यात आली. याच पुनर्रचनेने हैद्राबाद संस्थानातील मराठी भाषिक पाच जिल्हे (औरंगाबाद, बीड, परभणी, उस्मानाबाद, नांदेड) व मध्य प्रांतातील विदर्भाचे मराठी भाषिक आठ जिल्हे ( बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, नागपूर, भंडारा, यवतमाळ, चांदा) व बॉम्बे प्रेसिडेंसिमधील १३ जिल्हे असे २६ जिल्हे आणि गुजरात यांचे मिळून १ नोव्हेंबर १९५६ रोजी द्वैभाषिक मुंबई राज्याची स्थापना झाली. परंतु मराठी भाषिकांचे स्वतंत्र राज्य असावे अशी मागणी असल्यामुळे तत्कालीन द्वैभाषिक राज्यामध्ये आंदोलने झाली.
सरतेशेवटी राज्यातील १०६ हुतात्म्यांच्या बलिदानानंतर मराठी भाषिकांकरिता गुजरात वगळता २६ जिल्हे असणारे महाराष्ट्र हे स्वतंत्र राज्य १ मे १९६० रोजी अस्तित्वात आले.
राज्य | नवीन राज्यांची मागणी |
आसाम | बोडोलँड |
महाराष्ट्र | विदर्भ |
उत्तरप्रदेश | अवध, हरित प्रदेश |
पश्चिम बंगाल | गोरखालँड |
बिहार आणि झारखंड | मिथिलांचल |
गुजरात | सौराष्ट्र |
मणिपूर | कुकीलँड |
उत्तर व पूर्व गोलार्धात भारत हे एक राष्ट्र असून उत्तरपूर्व गोलार्धात असणाऱ्या आशिया खंडातील एक प्रमुख देश आहे. आशिया खंडातील भारताने व्यापलेल्या हिमालयापासून ते हिंदी महासागरापर्यंतच्या भागास भारतीय उपखंड असे म्हणतात. भारतीय उपखंडात भारताबरोबरच पाकिस्तान, भूतान, नेपाळ, बांगलादेश व श्रीलंका यांचा समावेश होतो. भारताच्या या विशाल भूमीची प्रशासकीय व राजकीय विभागणी हि २९ राज्ये व ७ केंद्रशासित प्रदेशात झालेली आहे.
भारतात असणाऱ्या २९ राज्यांपैकी एक प्रमुख राज्य म्हणजे महाराष्ट्र होय. महाराष्ट्र हे भौगोलिकदृष्ट्या भारताच्या साधारणतः पश्चिम मध्यवर्ती भागात असून उत्तर भारत व दक्षिण भारत यांना जोडणारी विशाल भूमी म्हणून महाराष्ट्राचा उल्लेख करता येईल. महाराष्ट्र हे भौगोलिकदृष्ट्या प्राचीन गोंदवनाचा भाग असून या राज्यास फार मोठी ऐतिहासिक, राजकीय, सांस्कृतिक व सामाजिक परंपरा आहे. महाराष्ट्र हे आजही भारतातील एक महत्वाचे औद्योगिकदृष्ट्या प्रगत राज्य आहे.
आजचा महाराष्ट्र हा १९६० पूर्वी वेगवेगळ्या प्रांतांमध्ये विखुरलेला होता, तो राजकीयदृष्ट्या खऱ्या अर्थाने १ मे १९६० रोजी अस्तित्वात आला.
द्विभाषिक मुंबई राज्य | १ नोव्हेंबर १९५६ |
महाराष्ट्र राज्य स्थापना | १ मे १९६० |
राजधानी | मुंबई |
उपराजधानी | नागपूर |
महाराष्ट्राचे पहिले मुख्यमंत्री | मा. श्री. यशवंतराव चव्हाण |
महाराष्ट्राचे पहिले राज्यपाल | मा. श्री. श्रीप्रकाश |
स्थान :- महाराष्ट्र हे भारताच्या पश्चिमेस असलेले घटकराज्य आहे.
महाराष्ट्र हे भारताच्या पश्चिम किनारपट्टीवरील एक महत्वाचे राज्य होय.
महाराष्ट्राचा अक्षवृत्तीय विस्तार :- १५’ ३७ उत्तर अक्षांश ते २२’६ उत्तर अक्षांश
महाराष्ट्राचा रेखावृत्तीय विस्तार :- ७२’३६ पूर्व रेखांश ते ८०’५४ पूर्व रेखांश इतका आहे.
विस्तार :- महाराष्ट्राची पश्चिम -पूर्व लांबी जास्तीत जास्त ८०० कि.मी. दक्षिणोत्तर लांबी जास्तीत जास्त ७०० कि. मी. आहे. यावरून आपल्याला असे स्पष्टीकरण देता येईल, की महाराष्ट्राचा पूर्व – पश्चिम विस्तार हा दक्षिण – उत्तर विस्तारापेक्षा अधिक आहे.
क्षेत्रफळ :- राज्याचे एकूण क्षेत्रफळ ३,०७,७१३ चौ. कि. मी. असून क्षेत्रफळाबाबत देशात राजस्थान (३,४२,२३९ चौ. कि. मी.) व मध्य प्रदेश (३,०८,३१३ चौ. कि. मी.) यानंतर ३ रा क्रमांक लागतो.
भारताच्या एकूण क्षेत्रफळापैकी ९.३६% क्षेत्रफळ महाराष्ट्राने व्यापले आहे. क्षेत्रफळानुसार सर्वांत कमी क्षेत्रफळ असणाऱ्या राज्यांत गोवा प्रथम क्रमांकावर आहे.
राजकीय सीमा :-
महाराष्ट्राला एकूण ६ घटकराज्ये व १ केंद्रशासित प्रदेशांची सीमा लागून आहे. महाराष्ट्राच्या वायव्येस गुजरात, उत्तरेस मध्य प्रदेश, ईशान्येस व पूर्वेस छत्तीसगड, आग्नेयेस तेलंगणा, दक्षिणेस कर्नाटक – गोवा या राज्यांच्या सीमा लागून आहे. |
महाराष्ट्राची सर्वाधिक सीमा मध्य प्रदेशाला लागून आहे, तसेच सर्वाधिक जिल्ह्यांची संख्या मध्य प्रदेश या राज्याला लागून आहे. |
महाराष्ट्राची सर्वात कमी सीमा गोवा या राज्याला लागून आहे. |
महाराष्ट्राच्या वायव्येस दादरा- नगर हवेली हा केंद्रशासित प्रदेश लागून आहे. |
महाराष्ट्राशेजारील राज्य व राज्यांना लागून असणारे जिल्हे व जिल्ह्यांना लागून असणारी राज्याची सीमा
महाराष्ट्रातील एकूण २० जिल्ह्यांची सीमा इतर राज्यांना लागून आहे. |
महाराष्ट्रातील १६ जिल्ह्यांची सीमा इतर कोणत्याही राज्यांना लागून नाही. |
राज्य व राज्यांना लागून असणारी जिल्ह्यांची संख्या – मध्य प्रदेश ८, कर्नाटक ७, गुजरात ४, तेलंगणा ४, छत्तीसगड २, गोवा १. |
राजकीय सीमा :-
गुजरात :- | पालघर , नाशिक, धुळे, नंदुरबार |
मध्य प्रदेश :- | नंदुरबार, धुळे, जळगाव, बुलढाणा, अमरावती, नागपूर, भंडारा, गोंदिया |
छत्तीसगड :- | गोंदिया, गडचिरोली |
तेलंगणा :- | गडचिरोली, चंद्रपूर, यवतमाळ, नांदेड |
कर्नाटक :- | नांदेड, लातूर, उस्मानाबाद, सोलापूर, सांगली, कोल्हापूर, सिंधुदुर्ग |
गोवा :- | सिंधुदुर्ग |
सलग दोन राज्यांना लागून असणारी जिल्ह्यांची सीमा :-
1) | नंदुरबार | गुजरात व मध्य प्रदेश |
2) | धुळे | गुजरात व मध्य प्रदेश |
3) | गोंदिया | मध्य प्रदेश व छत्तीसगड |
4) | गडचिरोली | छत्तीसगड व तेलंगणा |
5) | नांदेड | तेलंगणा व कर्नाटक |
6) | सिंधुदुर्ग | गोवा व कर्नाटक |
7) | पालघर | दादर व नगर हवेली व गुजरात |
महाराष्ट्र जिल्हानिर्मिती
सध्या महाराष्ट्रात जिल्ह्यांची संख्या ३६ असून १ मे १९८१ पूर्वी महाराष्ट्रात जिल्ह्यांची एकूण संख्या २६ होती. त्यानंतर महाराष्ट्रात नवीन १० जिल्ह्यांची निर्मिती करण्यात आली व आतापर्यंत महाराष्ट्रातील जिल्ह्यांची एकूण संख्या ३६ इतकी झाली आहे.
अनुक्रमांक | दिनांक | कोणत्या जिल्ह्यातून वेगळा झाला | नवीन जिल्हा |
1) | 1 मे 1981 | रत्नागिरी | सिंधुदुर्ग |
2) | 1 मे 1981 | औरंगाबाद | जालना |
3) | 16 ऑगस्ट 1982 | उस्मानाबाद | लातूर |
4) | 26 ऑगस्ट 1982 | चंद्रपूर | गडचिरोली |
5) | 1 जुलै 1998 | धुळे | नंदुरबार |
6) | 1 जुलै 1998 | अकोला | वाशीम |
7) | 1 मे 1999 | भंडारा | गोंदिया |
8) | 1 मे 1999 | परभणी | हिंगोली |
9) | 4 ऑक्टोबर 1990 | मुंबई शहर | मुंबई उपनगर |
10) | 1 ऑगस्ट 2014 | ठाणे | पालघर |
महाराष्ट्राचे प्रशासकीय विभाग :-
महाराष्ट्र राज्याच्या स्थापनेवेळी ४ प्रशासकीय विभाग होते. |
सध्यस्थितीत महाराष्ट्राचे ६ प्रशासकीय विभाग सांगता येतील. |
सर्वात जास्त जिल्हे असणारा प्रशासकीय विभाग – औरंगाबाद |
सर्वाधिक लोकसंख्या असणारा प्रशासकीय विभाग – कोकण |
सर्वात जास्त तालुके असणारा प्रशासकीय विभाग – औरंगाबाद |
सर्वात कमी तालुके असणारा प्रशासकीय विभाग – कोकण |
अनुक्रमांक | विभाग | जिल्हे | तालुके | जिल्ह्यांची नावे | क्षेत्रफळ |
1) | कोकण | 7 | 50 | मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, ठाणे, रायगड, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पालघर | 30728 |
2) | पुणे | 5 | 58 | पुणे, सातारा, सांगली, सोलापूर, कोल्हापूर | 57275 |
3) | नाशिक | 5 | 54 | नाशिक, जळगाव,धुळे, नंदुरबार, अहमदनगर | 57493 |
4) | औरंगाबाद | 8 | 76 | औरंगाबाद, परभणी,जालना, बीड, उस्मानाबाद, नांदेड,लातूर, हिंगोली | 64813 |
5) | अमरावती | 5 | 56 | अमरावती, बुलढाणा, यवतमाळ, अकोला, वाशीम | 46026 |
6) | नागपूर | 6 | 64 | नागपूर, वर्धा, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपूर, गडचिरोली | 51377 |
महाराष्ट्राचे प्रादेशिक विभाग :-
महाराष्ट्राचे एकूण ५ प्रादेशिक विभाग सांगता येतील. ते पुढील नकाशाद्वारे :-
विभाग व क्षेत्रफळ (चौ. कि. मी.) | जिल्ह्यांची संख्या | तालुक्यांची संख्या |
कोकण (मुंबई) | 7 | 50 |
पश्चिम महाराष्ट्र (पुणे) | 7 | 87 |
खानदेश (जळगाव) | 3 | 25 |
मराठवाडा (औरंगाबाद) | 8 | 76 |
विदर्भ (नागपूर) | 11 | 120 |
1 मे 1960 रोजी महाराष्ट्रात २६ जिल्हे, २३५ तालुके, २८९ शहरे व ३,५७७ खेडी होती; तेव्हा मुंबई (कोकण), पुणे, औरंगाबाद व नागपूर असे चार प्रशासकीय विभाग होते, तर आज महाराष्ट्रात सहा प्रशासकीय विभागांत ३६ जिल्हे, ३५८ तालुके, ५३४ शहरे व ४३,६६४ खेडी आहेत.
क्षेत्रफळाने प्रशासकीय विभागांचा उतरता क्रम :- औरंगाबाद, नाशिक, पुणे, नागपूर, अमरावती, कोकण (मुंबई)
क्षेत्रफळाने प्रादेशिक विभागांचा उतरता क्रम :- विदर्भ, पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाडा, कोकण, खानदेश
क्षेत्रफळाने सर्वात मोठे जिल्हे उतरत्या क्रमाने :- अहमदनगर, पुणे, नाशिक, सोलापूर, गडचिरोली
क्षेत्रफळाने सर्वात लहान शेवटचे पाच जिल्हे :- मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, भंडारा, ठाणे, हिंगोली
1) | पुणे – खेड रत्नागिरी – खेड |
2) | अहमदनगर – कर्जत
रायगड – कर्जत |
3) | यवतमाळ – कळंब
उस्मानाबाद – कळंब |
4) | नाशिक – मालेगाव
वाशीम – मालेगाव |
5) | नाशिक – नांदगाव
अमरावती – नांदगाव (खंडेश्वर) |
6) | परभणी – सेलू
वर्धा – सेलू |
7) | वर्धा – कारंजा
वाशीम – कारंजा |
8) | पुणे – शिरूर
बीड – शिरूर (कासार) |
महाराष्ट्र नागरी प्रशासन :-
राज्यातील शहरी भागाचा विकास करण्याकरिता महाराष्ट्र शासनाने नागरविकासखाते विकसित केले असून, त्याद्वारे महानगरपालिका, नगरपालिका व नगरपंचायती यांची स्थापना करण्यात आलेली आहे.
१. महानगरपालिका :
राज्यात तीन लाख लोकसंख्येकरिता महानगरपालिका स्थापन करण्यात येते व या महानगरपालिकांचा कारभार महाराष्ट्र महानगरपालिका अधिनियम १९४९ यानुसार चालतो. बृहन्मुंबई महानगरपालिकेकरिता मुंबई महानगरपालिका अधिनियम १८८८. राज्यात सध्यस्थितीत २६ महानगरपालिका असून बृहन्मुंबई महापालिका ही सर्वात मोठी महानगरपालिका आहे.
विभाग | मनपा संख्या | महापालिका |
नागपूर | 2 | नागपूर, चंद्रपूर |
अमरावती | 2 | अमरावती, अकोला |
औरंगाबाद | 4 | औरंगाबाद, परभणी, लातूर, नांदेड – वाघाळा |
पुणे | 5 | पुणे, पिंपरी -चिंचवड, सांगली -मिरज – कुपवाडा, सोलापूर, कोल्हापूर |
नाशिक | 5 | नाशिक, अहमदनगर, मालेगाव, धुळे, जळगाव |
मुंबई (कोकण) | 9 | बृहन्मुंबई, ठाणे, मीरा-भाईंदर, कल्याण – डोंबिवली, नवी मुंबई, वसई – विरार, उल्हासनगर, भिवंडी, पनवेल |
राज्यातील २७वी व कोकण विभागातील ९वी महापालिका रायगड जिल्ह्यातील पनवेल येथे नव्याने स्थापन करण्यात आली आहे.
2. नगरपालिका :
राज्यात सद्यस्थितीत २३४ नगरपालिका व १२४ नगरपंचायती असून त्यांचा कारभार महाराष्ट्र नगरपरिषद, नगरपंचायती व औद्योगिक अधिनियम १९६५ नुसार चालतो. राज्यातील नगरपालिकांचे वर्गीकरण खालीलप्रमाणे करण्यात येते.
नागरपरिषदांचे वर्गीकरण लोकसंख्यानिहाय करण्यात येते.
3. कटक मंडळे :
लष्कराची छावणी असलेल्या ठिकाणी कटक मंडळे स्थापन केली जातात. तेथील प्रशासन लष्कराच्या प्रशासकाद्वारे (कटक मंडळ कायदा १९२४ नुसार ) बघितले जातात. सध्यस्थितीत भारतात असणाऱ्या ६२ कटक मंडळांपैकी महाराष्ट्रातील कटक मंडळांची संख्या ७ आहेत.
जिल्हा | कटकमंडळे |
अहमदनगर | अहमदनगर कॅंटोन्मेंट बोर्ड |
औरंगाबाद | औरंगाबाद कॅंटोन्मेंट बोर्ड |
पुणे | देहू रोड, खडकी, पुणे |
नाशिक | देवळाली |
नागपूर | कामठी |
महाराष्ट्र ग्रामीण प्रशासन :-
महाराष्ट्रातील ग्रामीण भागातील प्रशासनासाठी महाराष्ट्राने त्रिस्तरीय रचनेचा स्वीकार केलेला असून महाराष्ट्र जिल्हा परिषद व पंचायत समिती अधिनियम १९६१ नुसार राज्यातील ग्रामीण प्रशासनाचे कामकाज चालते.
1) जिल्हा परिषद :
त्रिस्तरीय रचनेतील सर्वोच म्हणजेच जिल्हास्तरावर अस्तित्वात असणारी ग्रामीण प्रशासनातील प्रमुख संस्था. महाराष्ट्रात सध्यस्थितीत मुंबई शहर व मुंबई उपनगर वगळून एकूण ३४ जिल्हा परिषद अस्तित्वात आहे.
2) पंचायत समिती : ३५१
3) ग्राम पंचायती\: २८,३३२ (खेडेगावांची संख्या : ४३,६६३)
महाराष्ट्रातील प्रशासकीय विभाग | 6 |
महाराष्ट्रातील जिल्हे | 36 |
महाराष्ट्रातील तालुके (मुंबई उपनगरसह) | 358 |
महाराष्ट्रातील महापालिका | 27 |
महाराष्ट्रातील नगरपालिका | 234 |
महाराष्ट्रातील नगरपंचायती | 124 |
महाराष्ट्रातील जिल्हा परिषद | 34 |
महाराष्ट्रातील पंचायत समिती | 351 |
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